ESR TEST क्या है? उपचार, बढ़ने के कारण – संपूर्ण जानकारी

आप जब भी कभी बीमार पड़ते है तो आप डॉक्टर के पास जाते है और तभी डॉक्टर इसमें 2 से 3 ब्लड टेस्ट तो जरूर लिख ही देता होगा, इन्ही में से एक ब्लड टेस्ट होता है ESR टेस्ट जिसकी मदद से डॉक्टर आपके अंदर का ESR लेवल चेक करता है। ESR एक तरह का ब्लड टेस्ट होता है जिसमे आपकी लाल रक्त कोशिकाओं की जांच कर के आपके शरीर में होने वाली दिक्कतों को पता लगाया जाता है। जब शरीर में कोई बड़ी बीमारी होती है तो यह ESR बढ़ कर या घट कर रिपोर्ट्स में सामने आता है। तो आईये आज कि इस पोस्ट में ESR के बारे में और विस्तार से।

हम आपके बता दे की अगर आपका ESR टेस्ट की रिपोर्ट बहुत बढ़ कर या घट कर आती है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है ,क्यूंकि अधिकतर बार यह शरीर की छोटी आंतरिक सूजन तक पर बढ़ कर या घट कर आ जाता है। इसके लिए आपको अच्छे डॉक्टर से परामर्श लेना ही सबसे उचित सलाह है।

ESR Test क्या है?

ESR Test में आपके शरीर में होने वाली परेशानियों का पता किया जाता है जैसे की आंतरिक सूजन, संक्रमण, या अन्य बीमारी। इस टेस्ट में एक तुबे के जरिये आपकी लाल रक्त कोशिकाओं का विश्लेषण किया जाता है, इसमें कई घंटे लगते है जब तक की लाल रक्त कोशिकाएं तुबे में नीचे न बेथ जाये, जितनी सेल्स नीचे बैठते जाते है आपका ESR लेवल उतना ही बढ़ता जाता है हमने नीचे सामान्य ESR लेवल के बारे में बताया है –

आयुपुरुषमहिला
50 से कम 0-15 मिमी0-20 मिमी
50 से अधिक 0-20 मिमी0-30 मिमी
बच्चों का ESR 10 mm से कम होना चाहिए।

ईएसआर के बढ़ने के कारण

ESR बढ़ने के कई कारण हो सकते है जिनके लिए आपको घबराने की जरुरत नहीं है, बस जरूरत है तो अच्छे ट्रीटमेंट और अछि दिनचर्या की। नीचे हमने कुछ कारण बताये है जिनकी वजह से ESR बढ़ सकता है।

  • प्रेगनेंसी की अवस्था में
  • थाइराइट की समस्या होने पर
  • खून की कमी होने के कारण
  • बुढ़ापे की स्थिति में
  • रूमेटिक बुख़ार में

ईएसआर बढ़ने से बचने के घरेलू उपाय

जब भी कोई ब्लड रिपोर्ट्स हमारे अनुरूप नहीं आती है तो डॉक्टर हमे बहुत साडी दवाइयाँ तो देता ही है ,किन्तु अगर हम इसी के साथ कुछ घरेलु उपाय करते है तो यह सस्ता पढ़ने के साथ – साथ हमारी सेहत के लिए हमेशा फायदेमंद ही होता है। घरेलु उपाय में सिर्फ अच्छा खाना ही नहीं आता है, इसमें आपकी दिनचर्या से ले कर और भी आपकी गलत आदतें आ जाती है। हमने कुछ उपाय के बारे में नीचे विस्तार से बताया है जिन्हे अपने दिनचर्या में ला कर आप बहुत जल्दी ही इस बीमारी से उबर सकते है वह भी बिना ज़्यादा खर्चा किये और परेशान हुए बिना।

उचित आहार

एक संतुलित आहार आपके जीवन में बहुत ही महतवपूर्ण होता है अगर आप शुरू से ही एक बढिया प्रोटीन युक्त संतुलित आहार ले तो आपके किसी भी प्रकार की बीमारियों का सामना ही नहीं करना पड़ेगा। इसी तरह अगर आपका ESR लेवल काम या ज़्यादा हो गया है तो एक अच्छे आहार से आपक इसे नियंत्रण में ला सकते है। अच्छे आहार से मतलब हमारा हरी-सब्जियां, प्रोटीन युक्त खाना, ताज़ा फ़ल से ले कर रात को हल्दी वाले दूध तक आता है।

नियमित व्यायाम

हिंदी जागरण आपको सलाह देता है की रोज़ प्रातः व्यायाम जरूर करना चाहिए। व्यायाम न तो आपको फिट रखता है, बल्कि यह आपको पुरे दिने के लिए तारो ताज़ा भी बनाये रखता है। इसी तरह ESR को कण्ट्रोल करने में भी व्यायाम का बहुत ही अहम योगदान है।

अधिक मसालेदार और तेल युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें

आप की सेहत के लिए ज्यादा मसालेदार और तेल युक्त खाद्य पदार्थ हानिकारक होते है, अधिक मीठा खाने और जंक फ़ूड खाने से भी आप को परहेज करना चाहिए यह आप के शरीर को अंदर से नुकसान पहुचाहते है। खाने में ज्यादा तेल मसालो की जगह उचित आहार लेने से आप की सेहत अच्छी बनी रहेगी साथ ही आप इससे ESR लेवल को भी कण्ट्रोल कर सकते है

तनावमुक्त रहे और नींद सही तरह से पूरी करें

अच्छी सेहत के लिए नीद का पूरा होना बहुत आवयश्यक है। आप को प्रति दिन 8 घटे की नीद लेना चाहिए नीद पूरी न होने से आप के काम पर तो फर्क पड़ता है साथ ही आप के शरीर पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है और आप कई बीमारी से घिर जाते है, नीद पूरी न होने की वजह से आप दिन भर तनाव में रहते है जो की आप की सेहत के लिए उचित नहीं है। पर्याप्त नीद लेना आप की सेहत के लिए अच्छा होगा और इससे ESR लेवल को भी कण्ट्रोल किया जा सकता है।

ESR बढ़ने और घटने के असर

ESR टेस्ट का रिजल्ट अगर बड़ा या घटा हुआ आता है तो इन दोनों के अलग – अलग संकेत होते है, किस कारन से आपको कोनसी बीमारी हो सकती है इसके बारे में हम आपको नीचे विस्तार से बतायंगे।

ईएसआर के बढ़ने के कारण क्या हो सकते है?

  • शरीर में संक्रमण और सूजन का आना
  • बुखार
  • किडनी की बीमारी
  • सिर दर्द
  • हड्डियों का संक्रमण
  • गर्दन और कन्धों में दर्द
  • मॉल में खून आना
  • चेहरे पर संक्रमण

ईएसआर के घटने के कारण क्या हो सकते है?

  • सिक्कल सेल एनिमिया
  • हार्ट फेलियर
  • फटीक सिंड्रोम
  • लो प्लाजमा प्रोटीन
  • कन्जेस्टिव हार्ट फेलियर

डॉक्टर कब देते है ESR टेस्ट कराने की सलाह

अगर आपके डॉक्टर को लगता है की आपको किसी भी प्रकार का कोई इन्फेक्शन है तो वह आपको ESR टेस्ट कराने की सलाह देते है। ESR टेस्ट रूटीन ब्लड पैनल स्क्रीनिंग का ही हिस्सा है इसलिए इसे आपको अलग से कराने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।

सारांश

आज हमने इस पोस्ट के माध्मय से आप को ESR टेस्ट की सम्पूर्ण जानकारिया उपलब्ध करवाई है। आप के मन में उठ रहे प्रश्न ESR टेस्ट क्या है? ESR टेस्ट क्यों करवाते है? किस वजह से ESR लेवल बढ़ जाता है? इन सभी प्रश्न के उतर आप को इस पोस्ट के द्वारा मिल गए होंगे। हम ने आप को ESR लेवल कण्ट्रोल करने के घरेलु उपाये भी बताये है जिन से आप घर बैठे भी ESR लेवल को कण्ट्रोल कर सकते है। आप हमे कमेंट बॉक्स की मदद से बता सकते है की आपको हमारी यह पोस्ट किसी लगी।

     

मैं 26 वर्षीय अरविंद यादव, दिल्ली विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में प्रोफेसर हूँ, और मुझे हिंदी लेखन में रूचि होने के कारण मैंने हिंदी जागरण वेबसाइट की शुरुआत अपने विचारों एवं ज्ञान के साथ लोगों को शिक्षा, तकनीक, स्वास्थ्य एवं अन्य सामान्य जानकारी से अवगत कराने के लिए है ईमेल : [email protected]

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